हर कोई कहता है कि मनुष्य में कोई बुरे गुण नहीं होनी चाहिए। लेकिन मेरा तर्क है कि आदमी के पास कुछ बुरे गुण होने चाहिए। सभी अच्छी चीजें अच्छी नहीं होती हैं, उनसे फायदा भी नहीं होता है। सभी बुरी चीजें बुरी नहीं होती हैं। ज्यादा वफ़ादार होने से कई समस्याएं हमारे छाती पर चढ़ते है। यदि हमें खुशी से जीना और कुछ हासिल करना है, तो हमारे पास कुछ अच्छे गुणों के साथ कुछ बुरे गुण होना जरुरी है। वास्तव में, ये बुरे गुण निश्चित रूप से बुरे नहीं हैं। हमारे कुछ डोंगी बाबावों ने उनके फायदा के लिए इन गुणों को बुरे गुण बताया है। इसलिए बूढ़े लोक इन गुणों से नफरत करते है। लेकिन युवाओं को इन गुणों से नफरत नहीं करनी चाहिए। क्योंकि युवावों के लिए सब कुछ पॉसिबल है।
यह 7 बुरे गुण आपमें होना चाहिए।
1) आदमी को आशा होनी चाहिए। निराशा हुवा तो भी कोई बात नहीं, इच्छा रखो। उन इच्छाओं के लिए दिन-रात मेहनत करो। सीखने की इच्छा नहीं होती तो रन्न कवी चक्रवर्ती नहीं बनता था। वैज्ञानिकों को कुछ हासिल करने की इच्छा नहीं होती तो विज्ञान और तंत्रज्ञान इस मुकाम तक नहीं पहुंचता था। चमकने की इच्छा नहीं होती तो कोई भी फिल्म स्टार नहीं बनता था। अगर खेलने की इच्छा नहीं होती तो राहुल द्राविड “वाल ऑफ़ क्रिकेट” नहीं बनते थे। अगर किसीको भी प्यार करने की इच्छा नहीं होती तो आज किसी को भी देवदास का नाम याद नहीं रहता था। अगर जीने की चाहत नहीं होती तो इस धरती इनसानों के बिना रेगिस्तान बन जाती थी।
छोटी और बकवास चीजों के लिए आशा मत रखो। कीमती चीजों के लिए इच्छा रखो। इच्छा के बिना तुमको कुछ भी नहीं मिलेगा। किसी चीज को चाहना कोई अपराध नहीं है। तुम्हारे इच्छावों को पुरे करने के लिए यहाँ कोई बैठा नहीं है। तुमको जो चाहिए ना मेहनत करके तुमको ही लेना पड़ेगा। छोटे छोटे इच्छावों से बड़े बड़े सपने जन्म लेते है। जब तुम्हारे सपने सच होते है ना तब सबकुछ तुम्हारे हाथों में होता है। उसके लिए इंतजार क्यों ? बड़ी इच्छा रखने की हिम्मत करो। बड़े सपने देखने की हिम्मत रखो। इनामदार सपने आपको कभी भी निराश नहीं करेंगी।
2) कुछ मामलों में, आदमी को बहरा और गूंगा होना चाहिए। दूसरों को दोष देने में इस दुनिया को Kick मिलती है। हमें इस बात की परवाह नहीं करनी चाहिए कि दुनिया हमारे बारे में क्या सोचती है। इसलिए हमें मूर्ख लोगों के मामले में बहरा और गूंगा होना होगा। अगर लोग हमारे बारे में अच्छा बोलते हैं, तो हमारा बैंक बैलेंस नहीं बढ़ेगा। यदि वही लोग हमारे बारे में कुछ बुरा बोलते हैं, तो हमारे बैंक बैलेंस में कमी नहीं होगी। हमारे बारे में लोगों की राय से हमें कोई नुकसान या लाभ नहीं होगी। इसलिए हमें हमारे हेटर्स और स्टुपिड लोगों को हमारे काम से जवाब देना होगा। हमें अपना attitude नहीं छोड़ना चाहिए।हमें अच्छी चीजों के साथ-साथ कुछ बुरी चीजों को भी जानना होगा। क्योंकि अच्छे अनुभव बुरे अनुभवों से ही आता हैं।
3) अब आदमी को थोड़ा स्वार्थी बनना होगा। क्योंकि यह दुनिया बहुत स्वार्थी हो गयी है। फ़्री अडवाइज देने के लिए हजारों लोग आते है। लेकिन जब आप मुसीबत में होते हैं, तो कोई भी आपकी मदद के लिए नहीं आएगा। इसलिए हमें थोड़ा स्वार्थी बनने की जरूरत है। बेकार बेवकूफ लोगों के लिए हमारा कीमती समय बर्बाद नहीं होना चाहिए। डम्मी दोस्तों के लिए हमें अपना समय और धन खराब नहीं करना चाहिए। पहले हमें अपने समय का सही उपयोग करके अमीर बनना होगा। पहले हमें खुश रहना चाहिए। इसके बाद शहर की सेवा करना बेहतर है।
हमारे घर को जलाकर गांव के लोगों को ठंड से बचाने की कोई जरूरत नहीं है। अगर हम दुनिया को बुरा करते हैं, तो यह दुनिया हमको बुरा करेगी। जब हम इस दुनिया के लिए अच्छा काम करने के लिए आगे बढ़ते है, तो इस दुनिया हम पर शक करती है और हमारा अपमान करती है। साथ ही हमें दुशमनों की भीड़ पैदा होती है। अगर अच्छा काम करनेवालों को अच्छा होता तो इस धरती स्वर्ग बन जाती थी, इस तरह नरक नहीं। इसलिए हमें अपनी पत्नी और बच्चों के लिए थोड़ा स्वार्थी होना होगा। इसे बिना समझे, समाज को बदलने की उम्मीद में समाधी में घुसना अच्छी बात नहीं है।
4) हर आदमी को अपनी जिंदगी में कुछ न कुछ नया काम करने का, कुछ न कुछ सफलता हासिल करने का पागलपन होना चाहिए। जब हम कुछ नया काम करने के लिए बाहर जाते हैं, तो इस दुनिया हमें देखकर हंसती है। हमारे दोस्त लोग ही हमारा मजाक उड़ाते हैं और हम पर हंसते हैं। फिर भी हमें हमारा पागलपन को नहीं छोड़ना है। सफलता के बिना नहीं मरना है। अपमान होने की बाद ही हमें सम्मान मिलता है। अपमान होने की बाद ही हमारे दिल में कुछ न कुछ नया काम करने की आग पैदा होता है। अगर हम हमारे सपनों के लिए बिलकुल ही पागल हो गए तो भी कोई बुरा बात नहीं है। बिना किसी सफलता से सड़क के कुत्तों की तरह मरने के बजाय, कुछ अच्छा काम करके बड़ा नाम और फेम के साथ मरना बेहतर है। एक बात को याद रखिए की, “शहीदों को स्वर्ग मिलता है, कायरों को नहीं।
5) हर आदमी को आत्म-सम्मान और आत्म-गर्व दोनों भी होना चाहिए। हमें खुद को कमजोर मत समझना चाहिए। हमें खुद पर गर्व होना चाहिए। इस दुनिया में कोई श्रेष्ट नहीं, कोई भी कनिष्ट नहीं है। सब लोग रोटी और कपड़े के लिए दिन-रात लड़ रहे है। भले ही हम किराए के घर में रहते हों, हमें खुद पर गर्व होना चाहिए। हमें किसी भी कारण से बुरा नहीं मानना चाहिए। हमें खुद पर विश्वास होना जरुरी है। छोटे चादर में तकलिपों के साथ सोने के बजाय हमें चादर को खींचकर सोना सीखना चाहिए। नहीं तो बड़ा चादर लेना चाहिए।
6) हर आदमी में परिस्थितियों के अनुसार अभिनय करने की, झूठ बोलने की क्षमता होनी चाहिए। प्रश्न पूछने की हिम्मत होनी चाहिए। सही को सही, गलत को गलत कहने की हिम्मत होनी चाहिए। इस दुनिया में सब चोर है। कोई भी सज्जन नहीं है। सब को दो दो चेहरे होते हैं। हर इंसान के अंदर एक शैतान होता है। इसलिए हमें बुरे लोगों के सामने नाटक करके निपटना चाहिए। बुरे लोगों की दोस्ती और दुश्मनी, दोनों भी हमारे लिए अच्छी नहीं हैं। हमारे एक सच, एक खुशहाल परिवार को बर्बाद नहीं करना चाहिए। इसलिए हमें परिस्थितियों के अनुसार अभिनय करना और झूट बोलना आना चाहिए। स्वार्थ के लिए झूट बोलना गलत है। लेकिन दूसरों की भलाई के लिए झूट बोलना गलत नहीं है। दूसरों को फंसाने के लिए अभिनय करना गलत है। लेकिन चुनैतियों से निपटने के अभिनय करना गलत बात नहीं है। इसके साथ हमें कुछ मामलों में थोड़ा आलसी बनने की जरूरत है। क्योंकि इस दुनिया के सभी कठिन काम आलसियों से हो सकते है।
7) जीवन में रोमांस (Romance) होना चाहिए। रोमांस के बिना जीवन, क्या यह जीवन है? आपके उदास चेहरे और बदसूरत तर्कों से आपको क्या खुशी मिलती है? अगर आपको अपने जीवन के हर पल को खुशी से रोमांस के साथ नहीं बिताना है तो आपको शादी नहीं करनी चाहिए। तुम नकली सन्यासी की तरह रहकर किसी और के जीवन को नरक क्यों बनाते हो? तुम जैसे नकली सन्यासियों के वजह से ही संसार में इललीगल अफेयर्स (Illegal Affairs) पैदा होते है। अगर पति पत्नी के बिच में रोमांस होता है, तो इललीगल अफेयर्स नहीं पैदा होते है। इसलिए जीवन में रोमांस होना बहुत जरुरी है।
ये सभी गुण मेरे पर्सनल अनुभव हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें इतनी गंभीरता से लेने की जरूरत है। मेरे विचार सही भी हो सकते है और गलत भी हो सकते है। इसलिए आपको इसके ऊपर सोचने की जरुरत है। अंत में मैं यह कहना चाहूंगा कि “आपका जीवन, आपकी रुचियां। जैसा आप चाहें वैसा करें।” All the Best and Thanks You…
दोस्तों, यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे जरूर like और share कीजिए। हर दिन इसी तरह के आर्टिकल्स, प्रेम कविता और प्रेम कहानियों को फ्री में पड़ने के लिए मेरा ऑफिसियल फेसबुक, Twitter और Instagram पेज को फॉलो कीजिए। (Search as Director Satishkumar or Roaring Creations)
Content Rights :
(All Rights of this article are fully reserved by Director Satishkumar and Roaring Creations Private Limited India. No part of this article can be copied, translated or re published anywhere without the written permission of Director Satishkumar. If such violation of copy rights found to us, then we legally punish to copy cats and recover our loss by them only.)
© Director SatishkumarCopyright and Trademark Warning
Complete Rights of all Images, Videos, Films, and Articles published on www.Roaring-India.com are fully Reserved by Roaring Creations Private Limited and Roaring India Project (Satishkumar Gondhali, Shrikant Gondhali, and Mayashree Mali). All Commercial Rights of our content are registered and protected under Indian Copyright and Trademark Laws. Re-publishing our content on Google or any other social media site is a copyright and Trademark violation crime. If such copycats are found to us, then we legally punish them badly without showing any mercy and we also recover happened loss by such copycats only. The minimum amount of fines will be more than 10 crores.