जीतना है बस ! How to develop Winning Attitude? in Hindi

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नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ सतीशकुमार। दोस्तों, अगर हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचना है तो हमारे अंदर Winning Attitude होना ही चाहिए। यदि हमारे पास Winning Attitude नहीं है, तो कठिनाइयां आने पर हम अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। हार की डर से पीछे हट जाते हैं।

हारने के बाद भी बार-बार प्रयास करने वाले को कोई नहीं हरा सकता। जो दर्द में भी हंसता है, उसे कोई रुला नहीं सकता। चाहे आपके जीवन में हजारों कठिनाइयाँ आने के बाद भी आप अपने लक्ष्य तक पहुँचना चाहते हैं तो आपके अंदर Winning Attitude होना ही चाहिए। So किसी भी हालत में Winning Attitude को अपने अंदर डेवलप कीजिये।

यह सब तो ठीक है, लेकिन Winning Attitude को डेवलप कैसे करें? Winning Attitude यूं ही नहीं आता। यदि आप Winning Attitude को डेवलप करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर आना पड़ेगा। Calculated Risk लेना पड़ेगा। Failure को handle करना सीखना होगा। शांति से रहना सीखना होगा। स्मार्ट + हार्ड वर्किंग नेचर को डेवलप करना होगा। Emotionally fool हुए बिना मेंटली Balanced decisions को लेना सीखना पड़ेगा। कठिनाइयों को डरे बिना और धमकियों के सामने झुके बिना आगे बढ़ना होगा। तब आपमें Winning Attitude डेवलप होगी।

यदि आप Winning Attitude को डेवलप करना चाहते हैं तो आपको मेंटली फिट होना पड़ेगा। Never Give Up सिद्धांत में विश्वास रखना होगा। Desire, Dream and Determination – यह 3Dयों में भरोसा रखके काम करना होगा। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अपने लक्ष तक पहुंचूंगा और जीतूंगा – ऐसे पागलपन को अपनाना होगा। सही Actions लेना पड़ेगा। मोटिवेशनल वीडियोस देखने से कुछ नहीं होगा। इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करना पड़ेगा। तब आपके अंदर Winning Attitude डेवलप होगा।

आपको जो रिजेक्शन मिलती हैं ना उसे एक गिफ्ट की तरह लीजिए। आपको होनेवाला इंसल्ट को एक गिफ्ट की तरह लीजिए। Accept rejection as a gift. Accept insult as a gift.

दर्द हुआ तो भी काम करो।

लॉस हुआ तो भी काम करो।

लोग आपको देखके हंस रहे हैं तो भी काम करो।

बहाने बनाना बंद करो और काम करो।

आलस्य को छोड़ो और काम करो।

Looser Mentality का मर्डर करो और काम करो।

नकारात्मक विचारों को दूर करो और काम करो।

काम करने के लिए काम करो।

सिर्फ आपका काम ही आपको अपने लक्ष तक पहुंचाता है। इसलिए कुछ भी हुआ तो भी काम करते रहो।

चाहे कुछ भी हो जाए, मैं मेरे काम को जरूर ख़तम करूँगा और मेरे लक्ष को हासिल करूँगा। ऐसी एक भूख, पागलपन और फोकस आपमें होना ही चाहिए। यही Winning Attitude के लिए फाउंडेशन है।

अँधेरे के पीछे रोशनी है,

रात के पीछे दिन है,

कठिनाई के पीछे ख़ुशी है,

दर्द के पीछे आनंद है,

समस्या के पीछे सफलता है,

हानि के पीछे लाभ है।

इसलिए अपने काम को बीच में मत छोड़िये। Loser मत बनिए। Winner Attitude को विक्सित करें और Winner बनें। All the Best…

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Director Satishkumar

Satishkumar is a young multi language writer (English, Hindi, Marathi and Kannada), Motivational Speaker, Entrepreneur and independent filmmaker from India. And also he is the Co-founder and CEO of Roaring Creations Pvt Ltd India. Follow Me On : Facebook | Instagram | YouTube | Twitter My Books : Kannada Books | Hindi Books | English Books