कुछ चीजों को जल्दी से महसूस नहीं करना चाहिए। कुछ चीजों को देर से नहीं सीखना चाहिए। हमारी समस्या यह है कि हम उन चीजों को नहीं जानते हैं जिन्हें हमें सही समय पर जानना जरुरी है। हम जल्दी से उन चीजों को जान लेते हैं, जिन्हें हमें नहीं जानना चाहिए। इसलिए हम गलत रास्ते पर चलते है। भारत में सेक्स एजुकेशन की कमी से नव जवान गलत रास्ता पकड़ रहे है। यह बात सबको पता है, लेकिन सब चुप है। इसलिए हमें कुछ चीजों को खुद जानना जरुरी है। 18+ होने के बाद यह 8 चीजों को जानना बहुत जरुरी है।
1) हमारा शरीर सैकड़ों रसायनों का एक पाकशाला है। वयस्क होने पर हार्मोनल असामान्यताएं से हमारे शरीर में कुछ बदलाव होते हैं। इस हार्मोनल असामान्यताओं से और शारीरिक परिवर्तनों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। इस उम्र में शारीरिक परिवर्तन आम और प्राकृतिक हैं।
2) 16 से 18 साल की उम्र रास्ता चुकानेवाली उम्र है। लेकिन हमें रास्ता नहीं चूकना चाहिए। 18 साल की उम्र में बिना सेंसर के 108 नीले सपने देखना आम बात है। लेकिन हमारे दिमाग पर नियंत्रण खोना सही बात नहीं है। हमें इस प्यारी सेक्सी उम्र में अपने दिमाग पर नियंत्रण रखना बहुत जरुरी है। यदि हमारे मन हमारे नियंत्रण से परे चला जाता है, तो इससे बड़ा दुश्मन और कोई नहीं हो सकता है। यदि वही मन हमारे स्वाधीन में रहता है, तो इससे अच्छा कोई मित्र नहीं हो सकता। इसलिए हमें अपना मन को एक दोस्त के तरह काबू में रखना अच्छा है।
3) कॉलेज के दिनों के दौरान, ‘प्रेम – सेक्स – आदि’ की कोई आवश्यकता नहीं है। इस उम्र में प्यार और सेक्स जरूरी नहीं है। आपकी पहली प्राथमिकता आपकी पढ़ाई पर होनी चाहिए। आपकी पहली प्राथमिकता अपने लक्ष्यों के प्रति होनी चाहिए। आपके सपनों और लक्ष्यों को पहली प्राथमिकताएं मिलनी चाहिए न कि ड्रीम बॉयज़ और ड्रीम गर्ल्स को। इस उम्र में चाहे तो मस्ती करें और मनोरंजन करें। लेकिन अन्य लोगों की भावनाओं के साथ मत खेलो। अपने मनोरंजन के लिए किसी और का जीवन खराब न करें और अपने जीवन को भी खराब न करें।
4) 18 साल की उम्र में, कोई भी भावना स्थायी और परिपक्व नहीं होती है। इस उम्र में प्यार और दोस्ती जैसी सभी मजबूत भावनाएं अस्थायी होती हैं। इस उम्र में प्यार और दोस्ती, या तो वो टेम्पररी फीलिंग्स होते हैं, या तो टेम्पररी मांगें होते हैं। They are just temporary feelings and temporary demands. इसलिए इन अस्थायी भावनाओं और मांगों के लिए अपने सुनहरे जीवन को खराब मत करो। अपने शरीर की माँगों को पूरा करने के लिए, गलत रास्तों पर न जाएँ। एक बात याद रखें कि आपका जीवन आपके प्रेमी से भी अधिक महत्वपूर्ण है। Your life is more important than your lover.
5) इस उम्र में आपको किसी और से बेवजह सुझाव सुनना पड़ता है। इन सलाह को आँख बंद करके स्वीकार न करें। पहले उन्हें ध्यान से सुनें, उन पर सोचें और फिर इन सुझावों को स्वीकार या अस्वीकार करें। इस समय, नकारात्मक बातों से और नकारात्मक विचारों से दूर रहें। इस उम्र में आपको अपनी वास्तविक क्षमता के बारे में सोचना होगा और फिर निर्णय लेना होगा। दूसरों की बातें सुनकर जल्दबाजी में निर्णय न लें। क्योंकि जिन लोगों ने आपको मुफ्त सलाह दी है वो आपके बुरे समय में आपकी मदद करने नहीं आएंगे।
6) काल्पनिक दुनिया में रहना बंद करो। सपनों की दुनिया से बाहर निकलें और वास्तविक दुनिया को समझने की कोशिश करें। वर्तमान में जीने की कोशिश करो। जीवन सबक सिखाने से पहले खुद को सुधरे। क्योंकि जीवन का सबक एक क्रूर सजा की तरह होता है। अब से आपको ऐसा जीना शुरू कर देना चाहिए कि आपके जीवन का हर पल सबसे अच्छा हो।
7) इस उम्र में गलतियाँ होना आम बात हैं। लेकिन जानबूझकर कोई गलती न करें। अगर आपसे अनजाने में गलतियां हो जाती हैं, तो उसे स्वीकार करें और जल्द ही उसे सुधार लें। अपनी गलतियों से सीखे। अपनी कला और कौशल को मत मारो। अपनी passion को profession में बदल ने के लिए ईमानदारी से कोशिश करें। फर्जी बहाने बनाकर अपनी जिम्मेदारियों से भागने की कोशिश न करें।
8) पुरानी कड़वी यादों में मरना ठीक नहीं है। इसलिए पुरानी यादों से बाहर आइए। फ्यूचर प्लान करना कोई गलत बात नहीं है। लेकिन वर्तमान चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में विफल नहीं होना चाहिए। पहले वही करें जो सबसे जरूरी है। आपका कल इस बात पर निर्भर करता है कि आपने आज क्या किया। बड़े सपने देखने में संकोच न करें। बड़ा सपना देखते रहिए और बड़ा काम करते रहिए। यदि आप अपने सपनों पर विश्वास करते हैं, तो आपके सभी सपने निश्चित रूप से सच होते हैं।
अभी भी बहुत सारे चीजों को जानना और सीखना जरुरी है। जीवन आपको धीरे धीरे से सही तरीके से उन चीजों को जरूर सिखाएगा। अगर आपको इस आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे like और share कीजिए। हर रोज इसी तरह के मोटिवेशनल आर्टिकल्स, प्रेम कहानी और कविताओं को फ्री में पड़ने के लिए फेसबुक, Twitter, इंस्टाग्राम और YouTube पर मुझे फॉलो कीजिए। (Search as Director Satishkumar and Roaring Creations)
Content Rights :
(All Rights of this article are fully reserved by Director Satishkumar and Roaring Creations Private Limited India. No part of this article can be copied, translated or re published anywhere without the written permission of Director Satishkumar. If such violation of copy rights found to us, then we legally punish to copy cats and recover our loss by them only.)
© Director SatishkumarCopyright and Trademark Warning
Complete Rights of all Images, Videos, Films, and Articles published on www.Roaring-India.com are fully Reserved by Roaring Creations Private Limited and Roaring India Project (Satishkumar Gondhali, Shrikant Gondhali, and Mayashree Mali). All Commercial Rights of our content are registered and protected under Indian Copyright and Trademark Laws. Re-publishing our content on Google or any other social media site is a copyright and Trademark violation crime. If such copycats are found to us, then we legally punish them badly without showing any mercy and we also recover happened loss by such copycats only. The minimum amount of fines will be more than 10 crores.